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PM Kisan Yojna Verification:- नमस्कार दोस्तों, यदि आप केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पंजीकृत हैं, तो आपके लिए इस लेख में दी जा रही जानकारी काफी महत्वपूर्ण हो सकता है. क्योंकि अगर आप इस योजना का लाभार्थी किसान किसान हैं और अभी तक आपको इसके स्टेटस के बारे में पूरी जानकारी नहीं है तो एक गलत जानकारी देना आपको इस योजना के लाभ से बंचित कर सकता हैं. आप चाहें तो पंचायत भवन से इसकी जानकारी ले सकते हैं, या फिर आपको अपने क्षेत्र के लेखपाल से भी यह जानकारी मिल जाएगी|
दरअसल, PM Kisan Samman Nidhi Yojna के अधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा लाभार्थियों की सूची को पंचायत के स्तर पर भी डिस्प्ले करने का आदेश दिया है. इसके अलावा अगर आपके खाते में राशि ट्रांसफऱ होती है तो उसकी जानकारी आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS के माध्यम से मिल जाएगी|
यहीं नहीं, केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गए नये नियम के अनुसार इस योजना के लाभार्थियों का हर साल वेरिफिकेशन भी होगा, रैंडमली 5 फीसदी लोगों का वेरिफिकेशन होगा. इसके जरिए सरकार यह पता लगाएगी कि जिन लाभार्थियों के खाते में PM Kisan Yojna की रकम जा रही है, वे वास्तव में इसके पात्र हैं या नहीं. और वैरिफिकेशन में गलत सूचना पाए जाने पर योजना से वंचित भी किया जा सकता है|
यह वेरिफिकेशन राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से किया जाएगा, फिलहाल में वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो चूका है, यदि इस बार आपका वेरिफिकेशन नहीं होता है तो संभव है कि अगले साल या फिर कभी आपका नंबर आ जाए|
एक वर्ष के लिए बैलिड लिस्ट
PM Kisan के ऑफिसियल वेबसाइट के जानकारी के मुताविक इस योजना में शामिल लाभार्थी किसानों की सूची सिर्फ एक वर्ष के लिए बैलिड रहता है, एक वर्ष पूरा होने पर वैलिड खत्म हो जाता है. क्योंकि पर्त्येक वर्ष किसान सम्मान निधि लाभार्थियों की नई सूची तैयार की जाती है जो ग्राम स्तर पर बनाई जाती है|
सरकार को वेरिफिकेशन करने की जरुरत क्यों पड़ी,
दरअसल, आपको बता दें की कई ऐसी खबरें छप चुकी है जिसमें सरकार को सूचना मिली रही थी देश के कई हिस्सों में इसका दुरपयोग किया जा रहा है, इसलिए केंद्र सरकार द्वारा यह लिया गया है. इस फैसले से अब सरकार यह जान पाएगी कि आखिर जो पैसा है वो सही लोग तक पहुंच रहे हैं या नहीं|
PM Kisan की महत्वपूर्ण जानकारी
तो, ऐसे में पंजीकृत किसानों को ध्यान रखना होगा की हमें रजिस्ट्रेशन करने वक्त अपनी पूरी जानकारी सही दिया है या नहीं. क्योंकि अगर किसी लाभार्थी किसान की दी गई जानकारी गलत पाई जाती है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी किया जा सकता है, यहाँ तक की पकड़े जाने पर इस योजना के तहत मिली सभी किस्तों को वापस भी करना होगा.
सरकार की तरफ से धोखाधड़ी के आरोप में कानूनी ऐक्शन लिया जाएगा, लेकिन आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत बहीं लोग ही पात्र होंगे जिनके परिवार में कोई सदस्य किसी चीज का टैक्स न चुकाता हो. और इसके अलावे चतुर्थ श्रेणी को छोड़कर किसी अन्य सरकारी नौकरी में न हो, और ना हीं प्रधान से लेकर किसी भी लेवल तक के जनप्रतिनिधि के परिवार के सदस्य PM Kisan का लाभ नहीं ले सकते हैं|
कैसा होगा वेरिफिकेशन
बताया जा रहा है कि इस योजना में वैरिफिकेशन का काम हर साल किया जाएगा, हालांकि यह वैरिफिकेशन सभी लाभार्थियों का नहीं किया जाएगा, वैरिफिकेशन रेंडमली तरीके से किया जाएगा. वैरिफिकेशन करने वाले पदाधिकारी किसी पांच लोगों का वैरिफिकेशन कर रिपोर्ट तैयार करने का काम करेंगे|
वेरिफिकेशन प्रक्रिया के बाद अपडेट होती है सूची
सबसे महत्वपूर्ण बात है की पीएम किसान स्कीम के लाभार्थियों की सूची एक साल के लिए ही वैलिड होती है, इसकी वजह वेरिफिकेशन ही है. वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के बाद सूची को नए तरीके से अपडेट किया जाता है जिसमे अपात्र किसानों को हटाकर नए लाभार्थी किसानों को जोड़ा जाता है|